हाई बीपी को कंट्रोल करने में फायदेमंद है केवल ये एक Exercise, नहीं पड़ेगी दवा की जरूरत

क्या आप भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान हैं, अगर हां तो आप महज एक एक्सरसाइज के जरिए इसे आसानी से कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं कौन सी है वह एक्सरसाइज और किस तरह की जा सकती है।

आज के समय में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या लोगों में बेहद आम हो गई है। हर घर में एक उम्र के बाद अक्सर व्यक्ति को यह समस्या हो ही जाती है। आपको बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को ही हाइपरटेंशन भी कहा जाता है। यह समस्या तब होती है, जब व्यक्ति के शरीर में लंबे समय तक रक्त का प्रवाह अधिक होता है। यही समस्या आगे चलकर हृदय रोग की शक्ल ले लेती है।
ज्ञात हो कि जितना अधिक रक्त आपका हृदय पंप करेगा उतनी ही उसकी रक्त धमनियां छोटी हो जाएंगी। इसे ही हाई बीपी कहा जाता है। शुरुआती समय में इसके बारे में व्यक्ति को पता ही नहीं चलता और व्यक्ति स्थिति सामान्य लगती है। लेकिन अगर इसे बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक की वजह भी बन सकता है।
एक्सरसाइज के जरिए ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए आपको सबसे पहले डॉक्टर से ही राय लेनी चाहिए। इसके अलावा आप चाहें तो एक एक्सरसाइज के जरिए भी इसे नियंत्रित कर सकते हैं। इसके लिए आपको आइसोमेट्रिक हैंड ग्रिप स्ट्रेंथनर्स से ही एक्सरसाइज करनी होगी। एक्सपर्ट के मुताबिक बस एक जगह बैठ जाएं और कुछ देर इसे हाथों में लेकर स्क्वीज करें।
इससे जल्दी ही आपका सिस्टोलिक प्रेशर नियंत्रित हो जाएगा। वहीं विशेषज्ञों का कहना तो यहां तक है कि जो लोग लगातार 8 सप्ताह तक इस एक्सरसाइज को करते हैं, तो इससे ब्लड प्रेशर में 8 से 10 mmHg तक का अंतर देखा जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की राय लेना अनिवार्य है।
किन्हें होता है हाई बीपी का सबसे ज्यादा खतरा

हाई बीपी होने का खतरा कुछ सामान्य चीजों और आदतों से जुड़ा हुआ है। अगर आप मोटापे का शिकार हैं, शराब पीते हैं, धूम्रपान करते हैं, प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं या फिर इसके होने की वजह जेनेटिक भी हो सकती है।
हाई बीपी को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है, जिसकी वजह से हर साल ना जाने कितने ही लोगों को जान गंवानी पड़ती है। डरा देने वाली बात यह है कि अब यह बुजुर्गों को ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी अपनी चपेट में लेने लगी है।
हाई ब्लड प्रेशर की दो श्रेणी

हाई ब्लड प्रेशर को दो श्रेणियों में डाला गया है। एक है प्राइमरी और दूसरी है सेकेंडरी।
प्राइमरी श्रेणी में हाई ब्लड प्रेशर होने की समस्या की वजह कई हो सकती हैं जैसे जेनेटिक या लाइफस्टाइल से संबंधित। इसमें 90 से 95 प्रतिशत लोगों में यह समस्या धूम्रपान, अल्कोहल, बॉडी वेट, अधिक नमक का सेवन करने से होती है।
वहीं सेकेंडरी ब्लड प्रेशर के मामले केवल 5 से 10 प्रतिशत ही होते हैं। इस कैटेगरी में ब्लड प्रेशर की समस्या एंडोक्राइन डिसऑर्डर, किडनी डिजीज और गुर्दे की रक्त धमनियों को छोटा होने की वजह से होती है।
हाई बीपी से बचाव के उपाय

बहुत से लोगों में हाई बीपी की समस्या केवल इसलिए हो जाती है क्योंकि उन्हें शुरुआत में इसका पता ही नहीं चलता। इससे बचने के कुछ उपाय इस प्रकार हैं।
चेकअप -
आप अपने रक्तचाप की जांच समय - समय पर करवाएं। ताकि समस्या होने पर निदान और उपचार किया जा सके।
नमक का सेवन -
आप अपनी डाइट में नमक के सेवन को कम करें साथ ही व्यंजनों में नमक कम होने पर भी नमक ना डालें। इसके अलावा आप कई दूसरे मसालों का उपयोग कर सकते हैं।
वजन कम करें -
अगर आप एक स्वस्थ और निरोग शरीर चाहते हैं तो अपने वजन को नियंत्रित करके रखें। इसके लिए आप एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। इससे आपको बीपी भी नहीं होगा और कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी नहीं होगी।
इन चीजों को भी शामिल करें

एक्टिव रहें -
खुद को बीपी की समस्या से बचाने के लिए वर्कआउट जरूर करें। इससे आपका हृदय भी स्वस्थ रहेगा। इसके लिए आप कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।
तैलीय और प्रोसेस्ड फूड से दूरी -
अगर आप स्मोक करते हैं, फ्राइड फूड का सेवन करते है या फिर ना के बराबर ही एक्टिव रहते हैं, तो
अधिक रहता है।
अदरक का सेवन-
अदरक को एक सूपर फूड भी कहा जाता है। इसके जरिए ना केवल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। बल्कि यह मसल्स को भी रिलेक्स करता है। इसे आप टी, सूप और करीज में शामिल कर सकते हैं।
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