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कोरोना ग्राफ में नौवें नंबर पर भारत, तेजी से बढ़ रहे मामलों की ये हैं मुख्य वजहें

May 29, 2020 at 05:25PM
साल 2019 के अंत में कोरोना आउटब्रेक से जुड़े केस तेजी से सामने आने लगे थे। जब लगभग यूरोप के ज्यादातर देशों में कोरोना के एक से अधिक मरीज मिल चुके थे, तब तक हमारा देश कोरोना मुक्त था। लेकिन अब जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है, कोरोना मामलों के ग्राफ में भारत का नंबर भी ऊपर बढ़ रहा है। पिछले दिनों तक 20 से भी निचले पायदान पर चल रहा भारत मात्र एक से डेढ़ महीने में नौंवे नंबर पर पहुंच गया है। इस स्थिति को देखते हुए, सेहत को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतना जरूरी हो गया है। इस समय हमारे देश में 1 लाख 65 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हैं। इस बीमारी के कारण मरनेवालों का आंकड़ा भी 5 हजार के पास पहुंच चुका है। भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस के कारण होनेवाले संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए शुरुआत से ही बहुत अधिक सावधानी बरती। यह एक बहुत बड़ा फैक्टर रहा है कि हमारे देश में कोरोना के मामले उतनी तेजी से नहीं बढ़े जितनी तेजी से बढ़ सकते थे। लेकिन पिछले दिनों में या कहिए कि लॉकडाउन-4 में मिली ढील के बाद कोरोना के केस जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, यह स्थिति बहुत भयावह होती जा रही है। ऐसे में मन में यह सवाल आना स्वभाविक है कि आखिर इतनी तेजी से कोरोना फैल क्यों रहा है? चलिए यहां इस बीमारी से जुड़े ऐसे ही सवालों के जवाब जानते हैं... सबसे पहले मेडिकल कंडीशन समझें -कोरोना वायरस के फैलने के कारणों पर बात करने से पहले हमें इसकी मेडिकल कंडीशन्स को भी समझना होगा। उदाहरण के लिए, जो लोग कोरोना से संक्रमित होते हैं, जरूरी नहीं है कि उन सभी में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर ही आएं। जिन लोगों में बीमारी के लक्षण नहीं आते हैं, उन्हें पता ही नहीं होता कि वो बीमार हैं। जबकि उनके कारण यह संक्रमण उनके संपर्क में आनेवाले कई लोगों में फैल चुका होता है। क्यों नजर नहीं आते बीमार व्यक्ति में लक्षण? -आखिर ऐसा क्यों होता है कि कोरोना पीड़ित किसी व्यक्ति में इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आते हैं? तो इसका सबसे बड़ा कारण उस व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता है। जिन लोगों की इम्यूनिटी अच्छी होती है, उनके शरीर के अंगों पर यह वायरस अधिक प्रभाव नहीं डाल पाता है। ऐसे लोग कई बार बीमार होकर ठीक भी हो जाते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलता कि वे कोरोना से पीड़ित थे। भारत में कोरोना केस बढ़ने के कारण... भारत की आबादी है पहला कारण -हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत जैसे करीब 135 करोड़ जनसंख्यावाले देश में बहुत प्रयास के बाद भी हर समय और हर किसी के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव नहीं है। फिर भी सभी लोग अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। लेकिन कोरोना बहुत तेजी से संक्रमित करनेवाली बीमारी है, जो चंद सेकंड्स में एक व्यक्ति से दूसरे में ट्रांसफर हो जाती है। साक्षरता की कमी -भारत में कोरोना के बढ़ने की एक दूसरी सामाजिक वजह साक्षरता की कमी भी है। हालांकि ऐसे लोगों की सख्या काफी सीमित है, जिन्होंने सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन और सुरक्षा से संबंधित नियमों को मानने से इनकार किया। लेकिन इन लोगों के कारण भारत में कोरोना के मामलों ने रफ्तार पकड़ी। इस कड़ी में तबलीगी जमात के लोगों का नाम प्रमुखता से आता है। लोगों का पलायन -कोरोना वायरस के कारण जिस तरह लगातार लॉकडाउन का समय बढ़ रहा था, दूसरे शहरों और राज्यों में रहनेवाले लोग अपने मूल निवास की तरफ लौटने लगे। इस कारण भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैला। केस हिस्ट्री छिपाना -कोरोना पीड़ित कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी बीमारी को छिपाए रखा। ताकि उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट ना होना पड़े या क्वारंटाइन में ना रहना पड़े। इस कारण उन लोगों की वजह से उनके परिजनों और मिलनेवाले लोगों में यह संक्रमण तेजी से फैला। बीमारी के बारे में पूरी जानकारी ना होना -जब बीमारी की शुरुआत हुई थी, उसी समय से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि क्या यह बीमारी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है या नहीं? जब तक इस बीमारी से जुड़ी जरूरी जानकारियां लोगों के सामने आई तब तक यह बीमारी अपने पैर पसार चुकी थी। सिर्फ लॉकडाउन की ढील नहीं है वजह -कुछ लोगों का मानना है कि लॉकडाउन के चौथे चरण में दी गई ढील ही इस बीमारी के इतने भयानक रूप में फैलने की वजह है। जबकि एक्सपर्ट्स इस बात से इनकार करते हैं। उनका कहना है कि यह रोग बायॉलजिकल तौर पर ऐसा है जो इसी तरह फैलता है। इसके फैलने की दर शुरुआत कम होती लेकिन फिर बहुत तेजी से बढ़ती है। अमेरिका और इटली जैसे देशों के उदाहरण हमारे सामने हैं। कोरोना से बचाव के तरीके -कोरोना से बचने के लिए सबसे जरूरी तो यही है कि आप अपने घर में ही रहें। तब तक घर से बाहर ना निकलें, जब तक बहुत जरूरी ना हो। -सर्दी, जुकाम, कोल्ड, वायरल, मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से खुद को बचाए रखें। क्योंकि इनके कारण आपका शरीर कमजोर होगा और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होगी। जो कि कोरोना के संक्रमण की आशंका बढ़ाती है। -बाहर से कोई भी सामान लाने के बाद बिना सैनिटाइज किए उसका उपयोग ना करें। सैनिटाइज करने के भी कम से कम 15 मिनट बाद किसी खाद्य सामग्री का उपयोग बेहतर है ताकि संक्रमण की संभी संभावनाएं खत्म हो जाएं।


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