ये लक्षण दिखते ही भागें डॉक्टर के पास, ज्यादा बढ़ चुका है इंसुलिन, करें ये उपाय
July 21, 2023 at 02:02PM
पेट के पीछे एक ग्लैंड होती है, जिसे पैंक्रियाज कहते हैं। यह पाचन तंत्र का हिस्सा है जो दो मुख्य काम करती है। यह खाना गलाने वाला एंजाइम और शुगर कंट्रोल करने वाला हॉर्मोन बनाती है। यही इंसुलिन हॉर्मोन ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखता है।कई बार पैंक्रियाज तो इंसुलिन बनाता रहता है। लेकिन मसल्स, फैट या लिवर में मौजूद सेल्स पर इसका असर नहीं हो पाता। इस वजह से और ज्यादा इंसुलिन का उत्पादन होने लगता है, जिसे इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता है। इसमें शरीर के अंदर इंसुलिन होने के बावजूद शुगर 200 पार हो जाती है और डायबिटीज बन जाती है।इंसुलिन रेजिस्टेंस के लक्षण: डाइटिशियन मनप्रीत ने इंसुलिन रेजिस्टेंस के 4 मुख्य लक्षण बताए हैं। पेट बाहर निकलना, काली गर्दन, बदन पर छोटे मस्से और काली कांख इस बीमारी के संकेत हैं। इसका इलाज करने के लिए 5 माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जरूर लें।
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पेट के पीछे एक ग्लैंड होती है, जिसे पैंक्रियाज कहते हैं। यह पाचन तंत्र का हिस्सा है जो दो मुख्य काम करती है। यह खाना गलाने वाला एंजाइम और शुगर कंट्रोल करने वाला हॉर्मोन बनाती है। यही इंसुलिन हॉर्मोन ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखता है।कई बार पैंक्रियाज तो इंसुलिन बनाता रहता है। लेकिन मसल्स, फैट या लिवर में मौजूद सेल्स पर इसका असर नहीं हो पाता। इस वजह से और ज्यादा इंसुलिन का उत्पादन होने लगता है, जिसे इंसुलिन रेजिस्टेंस कहा जाता है। इसमें शरीर के अंदर इंसुलिन होने के बावजूद शुगर 200 पार हो जाती है और डायबिटीज बन जाती है।इंसुलिन रेजिस्टेंस के लक्षण: डाइटिशियन मनप्रीत ने इंसुलिन रेजिस्टेंस के 4 मुख्य लक्षण बताए हैं। पेट बाहर निकलना, काली गर्दन, बदन पर छोटे मस्से और काली कांख इस बीमारी के संकेत हैं। इसका इलाज करने के लिए 5 माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जरूर लें।
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