घर पर 5 मनट म पत लगए खतरनक कसर 15 स 45 सल क परष जरर कर य कम
June 16, 2023 at 04:23PM
टेस्टिकुलर कैंसर टेस्टिकल्स में शुरू होता है, जिन्हें टेस्टिस भी कहा जाता है। पुरुष के जननांग के नीचे त्वचा की लटकी हुई एक ढीली थैली होती है, जिसे स्क्रोटम कहते हैं। टेस्टिस उस थैली के अंदर होते हैं, जो स्पर्म और टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन करते हैं। टेस्टिकुलर कैंसर हर उम्र के पुरुष को हो सकता है, लेकिन 15 से 45 साल के बीच इसका खतरा ज्यादा होता है।टेस्टिकुलर कैंसर का पहला लक्षण: मेदांता गुरुग्राम के किडनी एंड यूरोलॉजी इंस्टीट्यूट में यूरो ऑन्कोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी के वाइस चैयरमैन डॉ. गगन गौतम ने बताया कि टेस्टिकल में गांठ या सूजन इस कैंसर का पहला दिखने वाला संकेत है। यदि इसका इलाज न किया जाए तो कैंसर की सेल्स तेजी से शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल सकती हैं। टेस्टिकुलर कैंसर का सबसे आम प्रकार जर्म सेल टेस्टिकुलर कैंसर है। यही सेल्स शरीर में स्पर्म का उत्पादन करती हैं।
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टेस्टिकुलर कैंसर टेस्टिकल्स में शुरू होता है, जिन्हें टेस्टिस भी कहा जाता है। पुरुष के जननांग के नीचे त्वचा की लटकी हुई एक ढीली थैली होती है, जिसे स्क्रोटम कहते हैं। टेस्टिस उस थैली के अंदर होते हैं, जो स्पर्म और टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन करते हैं। टेस्टिकुलर कैंसर हर उम्र के पुरुष को हो सकता है, लेकिन 15 से 45 साल के बीच इसका खतरा ज्यादा होता है।टेस्टिकुलर कैंसर का पहला लक्षण: मेदांता गुरुग्राम के किडनी एंड यूरोलॉजी इंस्टीट्यूट में यूरो ऑन्कोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी के वाइस चैयरमैन डॉ. गगन गौतम ने बताया कि टेस्टिकल में गांठ या सूजन इस कैंसर का पहला दिखने वाला संकेत है। यदि इसका इलाज न किया जाए तो कैंसर की सेल्स तेजी से शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल सकती हैं। टेस्टिकुलर कैंसर का सबसे आम प्रकार जर्म सेल टेस्टिकुलर कैंसर है। यही सेल्स शरीर में स्पर्म का उत्पादन करती हैं।
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