देश में 1देश में 10 करोड़ लोगों को डायबिटीज, 5 काम न किए तो ये 10 तरह के लोग भी बन जाएंगे शुगर के मरीज
June 09, 2023 at 10:43AM
भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है और यह बात एक बार सच साबित हुई है। देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 101 मिलियन से अधिक हो गई है। साल 2019 में यह संख्या 70 मिलियन थी यानी तीन साल में 30 मिलियन लोग शुगर की बीमारी की चपेट में आए हैं। इतना ही नहीं कम से कम 136 मिलियन लोग यानी कुल जनसंख्या का 15.3% हिस्सा प्री-डायबिटीज की चपेट में हैं यानी उन्हें भविष्य में कभी डायबिटीज हो सकती है। इस हिसाब से देश की 11.4 फीसदी आबादी डायबिटीज से पीड़ित है और 15.3 फीसदी आबादी को भविष्य में डायबिटीज हो सकती है। डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज गोवा ( 26.4%), पुदुचेरी 26.3%) और केरला (25.5%) में हैं जबकि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार कम प्रसार वाले राज्य हैं। TOI की रिपोर्ट के अनुसार (Ref) , यह डरावना खुलासा यूके मेडिकल जर्नल 'लैंसेट' में प्रकाशित आईसीएमआर के एक अध्ययन में हुआ है। चलिए जानते हैं कि डायबिटीज के क्या कारण हैं और इसे रोकने के लिए आप क्या कर सकते हैं।
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भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है और यह बात एक बार सच साबित हुई है। देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 101 मिलियन से अधिक हो गई है। साल 2019 में यह संख्या 70 मिलियन थी यानी तीन साल में 30 मिलियन लोग शुगर की बीमारी की चपेट में आए हैं। इतना ही नहीं कम से कम 136 मिलियन लोग यानी कुल जनसंख्या का 15.3% हिस्सा प्री-डायबिटीज की चपेट में हैं यानी उन्हें भविष्य में कभी डायबिटीज हो सकती है। इस हिसाब से देश की 11.4 फीसदी आबादी डायबिटीज से पीड़ित है और 15.3 फीसदी आबादी को भविष्य में डायबिटीज हो सकती है। डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज गोवा ( 26.4%), पुदुचेरी 26.3%) और केरला (25.5%) में हैं जबकि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार कम प्रसार वाले राज्य हैं। TOI की रिपोर्ट के अनुसार (Ref) , यह डरावना खुलासा यूके मेडिकल जर्नल 'लैंसेट' में प्रकाशित आईसीएमआर के एक अध्ययन में हुआ है। चलिए जानते हैं कि डायबिटीज के क्या कारण हैं और इसे रोकने के लिए आप क्या कर सकते हैं।
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