दुनिया के सामने हंस रही थी Deepika, मगर शरीर के अंदर कहर ढाते थे ये 4 लक्षण
January 05, 2023 at 02:10PM
दीपिका पादुकोण का बर्थडे (Deepika Padukone's Birthday) 5 जनवरी को आता है और आज 'बॉलीवुड की मस्तानी' ने जिंदगी के 37 बरस पूरे कर लिए हैं। ओम शांति ओम से फिल्मों की दुनिया में कदम रखने वाली 'डिंपल गर्ल' इंडियन सिनेमा में लंबा सफर तय कर चुकी हैं। लेकिन हम फिर से आपको 2015 में ले जाने वाले हैं, जब एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जिंदगी के सबसे भयानक दौर से गुजर रही थीं।2015 में दीपिका पादुकोण ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई के बारे में खुलासा किया, लेकिन लोग उनके डिप्रेशन को फिल्म प्रमोशन मान रहे थे। TOI के मुताबिक, उन्होंने यह बात पिछले साल डचेस ऑफ ससेक्स, मेगन मर्केल के पॉडकास्ट पर बताई। दीपिका ने ना सिर्फ डिप्रेशन को सफलतापूर्वक हराया, बल्कि इस मानसिक समस्या से लड़ाई में आज मील का पत्थर साबित हो रही हैं।दीपिका पादुकोण के डिप्रेशन की बात बार-बार क्यों? एक्ट्रेस के डिप्रेशन की बात बार-बार करना इसलिए जरूरी है, क्योंकि लोग इसके लक्षणों को मरीज का ड्रामा मानते हैं। वहीं, लोगों के सामने नॉर्मल रहने की कोशिश इस बीमारी में मदद पाने की संभावना कम कर देती है, जैसा कि दीपिका पादुकोण भी करती थीं। TOI के मुताबिक, उन्होंने माना कि माता-पिता और दुनिया के सामने वह एकदम हंसी-खुशी और मुस्कुराती हुई रहने की कोशिश करती थीं।
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दीपिका पादुकोण का बर्थडे (Deepika Padukone's Birthday) 5 जनवरी को आता है और आज 'बॉलीवुड की मस्तानी' ने जिंदगी के 37 बरस पूरे कर लिए हैं। ओम शांति ओम से फिल्मों की दुनिया में कदम रखने वाली 'डिंपल गर्ल' इंडियन सिनेमा में लंबा सफर तय कर चुकी हैं। लेकिन हम फिर से आपको 2015 में ले जाने वाले हैं, जब एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जिंदगी के सबसे भयानक दौर से गुजर रही थीं।2015 में दीपिका पादुकोण ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई के बारे में खुलासा किया, लेकिन लोग उनके डिप्रेशन को फिल्म प्रमोशन मान रहे थे। TOI के मुताबिक, उन्होंने यह बात पिछले साल डचेस ऑफ ससेक्स, मेगन मर्केल के पॉडकास्ट पर बताई। दीपिका ने ना सिर्फ डिप्रेशन को सफलतापूर्वक हराया, बल्कि इस मानसिक समस्या से लड़ाई में आज मील का पत्थर साबित हो रही हैं।दीपिका पादुकोण के डिप्रेशन की बात बार-बार क्यों? एक्ट्रेस के डिप्रेशन की बात बार-बार करना इसलिए जरूरी है, क्योंकि लोग इसके लक्षणों को मरीज का ड्रामा मानते हैं। वहीं, लोगों के सामने नॉर्मल रहने की कोशिश इस बीमारी में मदद पाने की संभावना कम कर देती है, जैसा कि दीपिका पादुकोण भी करती थीं। TOI के मुताबिक, उन्होंने माना कि माता-पिता और दुनिया के सामने वह एकदम हंसी-खुशी और मुस्कुराती हुई रहने की कोशिश करती थीं।
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