कमजोरी नहीं बीमारी है मैथ्स के आसान सवाल हल न कर पाना
September 27, 2022 at 10:02AM
फिल्म तारे जमी पर का इशान अवस्थी याद है आपको। वही मासूम सा बच्चा जिसके लिए शब्दों को समझना आसान नहीं था। शब्द चाहें हिंदी के हों, इंग्लिश के या फिर मैथ्स के डिजिट्स और साइन्स। उसके दिमाग पर सब हथौड़े जैसे बरसते थे। फिल्म में इशान को जिस बीमारी से पीड़ित बताया गया वो डिसलेक्सिया थी। एक तरह कि मेंटल कंडिशन। जिससे शुरुआती दौर में आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।इसी तरह अगर किसी को मैथ्स का छोटे छोटे सवाल भी परेशान करते हैं। प्लस माइनस के ईजी कैलकुलेशन करने में ही पसीने छूट जाते हैं तो समझिए कि वो व्यक्ति या बच्चा मैथ्स डिसलेक्सिया का शिकार है। इस तकलीफ को Dyscalculia भी कहते हैं। पबमेड सेंट्रल की एक रिसर्च के मुताबिक सौ में से तीन से सात बच्चों, टीनएजर्स और बड़ों को Dyscalculia होने की संभावना होती है। ये तकलीफ इसलिए पकड़ में नहीं आती, क्योंकि उन्हें किसी समस्या का शिकार नहीं बल्कि मैथ्स में खराब मान लिया जाता है।
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फिल्म तारे जमी पर का इशान अवस्थी याद है आपको। वही मासूम सा बच्चा जिसके लिए शब्दों को समझना आसान नहीं था। शब्द चाहें हिंदी के हों, इंग्लिश के या फिर मैथ्स के डिजिट्स और साइन्स। उसके दिमाग पर सब हथौड़े जैसे बरसते थे। फिल्म में इशान को जिस बीमारी से पीड़ित बताया गया वो डिसलेक्सिया थी। एक तरह कि मेंटल कंडिशन। जिससे शुरुआती दौर में आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।इसी तरह अगर किसी को मैथ्स का छोटे छोटे सवाल भी परेशान करते हैं। प्लस माइनस के ईजी कैलकुलेशन करने में ही पसीने छूट जाते हैं तो समझिए कि वो व्यक्ति या बच्चा मैथ्स डिसलेक्सिया का शिकार है। इस तकलीफ को Dyscalculia भी कहते हैं। पबमेड सेंट्रल की एक रिसर्च के मुताबिक सौ में से तीन से सात बच्चों, टीनएजर्स और बड़ों को Dyscalculia होने की संभावना होती है। ये तकलीफ इसलिए पकड़ में नहीं आती, क्योंकि उन्हें किसी समस्या का शिकार नहीं बल्कि मैथ्स में खराब मान लिया जाता है।
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