पेट में बनता है भयंकर तेज़ाब? Ayurveda डॉ. के 5 नुस्खे तुरंत देंगे राहत
August 29, 2022 at 11:39AM
हाइपरएसिडिटी (Hyperacidity) एक गंभीर समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं। इसे आम भाषा में पित्त बनना भी कहते हैं। खाना पचाने और पाचन तंत्र के बेहतर कामकाज के लिए पित्त जरूरी होता है लेकिन जब इसका उत्पादन अधिक होता है, तो आपको एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स सहित कई समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में पित्त का उत्पादन ज्यादा होने यानी एसिडिटी के लक्षण क्या हैं? इसके लक्षणों में हार्ट और चेस्ट बर्न, खट्टी या कड़वी डकार, जी मिचलाना, गला जलना, उल्टी, पेट की गैस, पेट में भारीपन, पेट में दर्द, छाती में दर्द, सिरदर्द, सांस की बदबू, पैरों, हाथों में तेज जलन महसूस होना, मुंह में अल्सर, थकान, चक्कर आना और पूरे शरीर में खुजली महसूस होना आदि शामिल हैं। हाइपरएसिडिटी के क्या कारण हैं? हाइपरएसिडिटी यानी पित्त का ज्यादा बनने का कई कारण हैं जैसे मसालेदार भोजन, गर्म मसलों का अधिक इस्तेमाल, फास्ट फूड ज्यादा तेल वाली चीजें, कम पानी पीना आदि। आयुर्वेद डॉक्टर अंकित अग्रवाल के अनुसार, रोजाना खाए जाने वाले कुछ खाद्य-पदार्थ इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।
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हाइपरएसिडिटी (Hyperacidity) एक गंभीर समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं। इसे आम भाषा में पित्त बनना भी कहते हैं। खाना पचाने और पाचन तंत्र के बेहतर कामकाज के लिए पित्त जरूरी होता है लेकिन जब इसका उत्पादन अधिक होता है, तो आपको एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स सहित कई समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में पित्त का उत्पादन ज्यादा होने यानी एसिडिटी के लक्षण क्या हैं? इसके लक्षणों में हार्ट और चेस्ट बर्न, खट्टी या कड़वी डकार, जी मिचलाना, गला जलना, उल्टी, पेट की गैस, पेट में भारीपन, पेट में दर्द, छाती में दर्द, सिरदर्द, सांस की बदबू, पैरों, हाथों में तेज जलन महसूस होना, मुंह में अल्सर, थकान, चक्कर आना और पूरे शरीर में खुजली महसूस होना आदि शामिल हैं। हाइपरएसिडिटी के क्या कारण हैं? हाइपरएसिडिटी यानी पित्त का ज्यादा बनने का कई कारण हैं जैसे मसालेदार भोजन, गर्म मसलों का अधिक इस्तेमाल, फास्ट फूड ज्यादा तेल वाली चीजें, कम पानी पीना आदि। आयुर्वेद डॉक्टर अंकित अग्रवाल के अनुसार, रोजाना खाए जाने वाले कुछ खाद्य-पदार्थ इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।
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