क्यों होती है पुरुषों में शुक्राणु की कमी, डॉ. ने बताया क्या करने से दूर होगी Male Infertility
March 19, 2022 at 12:01PM
पुरुषों में शुक्राणु की कमी की समस्या लगातार बढ़ रही है। कपल के गर्भधारण न कर पाने के लिए केवल महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरूष भी बराबर के जिम्मेदार हैं। 40-45 प्रतिशत मामलों में पुरुष शुक्राणुओं में कमी पाई जाने के कारण गर्भधारण न कर पाने की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। कम शुक्राणुओं की संख्या का मतलब है कि एक संभोग के दौरान पुरुष के वीर्य में सामान्य से कम शुक्राणु होते हैं। पुरुष बांझपन आमतौर पर शुक्राणुजनन यानी स्पर्मेटोजेनेसिस की समस्याओं के कारण होता है। इसके अलावा व्यस्त जीवनशैली, धुम्रपान और शराब का सेवन करने के साथ और भी कई चीजें हैं, जो मेल इंफर्टिलिटी के लिए जिम्मेदार हैं। मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर और आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं कि कई स्टडीज में पाया गया है कि आईटी इंडस्ट्री से जुड़े पुरूषों में शुक्राणुओं की कमी होती है। इतना ही नहीं, पुरूषों के बहुत ज्यादा गर्म तापतान में काम करने या हॉट बाथ लेने से भी इंफर्टिलिटी की समस्या बढ़ सकती है। लेकिन जीवनशैली में बदलाव करके इस स्थिति में सुधार किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं क्या है मेल इंफर्टिलिटी के लक्षण और इससे बचने के उपाय।
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पुरुषों में शुक्राणु की कमी की समस्या लगातार बढ़ रही है। कपल के गर्भधारण न कर पाने के लिए केवल महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरूष भी बराबर के जिम्मेदार हैं। 40-45 प्रतिशत मामलों में पुरुष शुक्राणुओं में कमी पाई जाने के कारण गर्भधारण न कर पाने की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। कम शुक्राणुओं की संख्या का मतलब है कि एक संभोग के दौरान पुरुष के वीर्य में सामान्य से कम शुक्राणु होते हैं। पुरुष बांझपन आमतौर पर शुक्राणुजनन यानी स्पर्मेटोजेनेसिस की समस्याओं के कारण होता है। इसके अलावा व्यस्त जीवनशैली, धुम्रपान और शराब का सेवन करने के साथ और भी कई चीजें हैं, जो मेल इंफर्टिलिटी के लिए जिम्मेदार हैं। मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर और आईवीएफ एक्सपर्ट डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं कि कई स्टडीज में पाया गया है कि आईटी इंडस्ट्री से जुड़े पुरूषों में शुक्राणुओं की कमी होती है। इतना ही नहीं, पुरूषों के बहुत ज्यादा गर्म तापतान में काम करने या हॉट बाथ लेने से भी इंफर्टिलिटी की समस्या बढ़ सकती है। लेकिन जीवनशैली में बदलाव करके इस स्थिति में सुधार किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं क्या है मेल इंफर्टिलिटी के लक्षण और इससे बचने के उपाय।
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