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HIV के लक्षणों को न करें अनदेखा, बुखार और सिरदर्द बढ़ा सकता है परेशानी

December 01, 2021 at 09:05AM
एचआईवी एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World Aids Day )मनाया जाता है। एड्स एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है, जिसका अब तक कोई इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। उपचार के बिना यह किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को गंभीर रूप से कमजोर कर सकता है। यह बीमारी इम्यिनो डिफिशियन्सी के कारण होती है। इसमें ज्यादातर लोगों के अंग काम करना बंद कर देते हैं और वह बहुत जल्दी संक्रमित हो जाता है। बता दें कि एचआईवी से संक्रमित हर व्यक्ति को एड्स नहीं होता। हालांकि सही समय पर इलाज , दवा और देखभाल के साथ यह संख्या पहले से काफी कम हो गई है। लेकिन एड्स से पीड़ित होने वाले लोगों में संक्रमण के कारण मल्टीसिस्टम ऑर्गन फेल हो जाता है। WHO के अनुसार, 2020 के अंत में अनुमानित रूप से 37.7 मिलियन लोग एचआईवी से जूझ रहे थे। इसी साल एचआईवी से संबंधित कारणों से 680000 लोगों की मौत हुई और 1.5 मिलियन लोगों ने एचआईवी अर्जित किया। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, शुरूआती अवस्था में एचआईवी के लक्षण बहुत जल्दी दिखाई नहीं देते, लेकिन अगर जल्दी इनकी पहचान कर ली जाए, तो वायरस को नियंत्रित करने और स्टेज 3 में जल्द पहुंचने से रोकने में मदद मिलती है। स्टेज 3 एचआईवी को आमतौर पर एड्स के रूप में जाना जाता है।

एचआईवी (HIV) के शुरूआती लक्षण बहुत जल्दी दिखाई नहीं देते, लेकिन अगर जल्दी इनकी पहचान कर ली जाए, तो वायरस को नियंत्रित करने और स्टेज 3 में पहुंचने से रोकने में मदद मिलती है। इसलिए टेस्ट कराना बहुत जरूरी है। स्टेज 3 एचआईवी को आमतौर पर एड्स के रूप में जाना जाता है।


World Aids Day : HIV के लक्षणों को न करें अनदेखा, बुखार और सिरदर्द बढ़ा सकता है परेशानी

एचआईवी एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World Aids Day )मनाया जाता है। एड्स एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है, जिसका अब तक कोई इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। उपचार के बिना यह किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को गंभीर रूप से कमजोर कर सकता है। यह बीमारी इम्यिनो डिफिशियन्सी के कारण होती है। इसमें ज्यादातर लोगों के अंग काम करना बंद कर देते हैं और वह बहुत जल्दी संक्रमित हो जाता है। बता दें कि एचआईवी से संक्रमित हर व्यक्ति को एड्स नहीं होता।

हालांकि सही समय पर इलाज , दवा और देखभाल के साथ यह संख्या पहले से काफी कम हो गई है। लेकिन एड्स से पीड़ित होने वाले लोगों में संक्रमण के कारण मल्टीसिस्टम ऑर्गन फेल हो जाता है। WHO के अनुसार, 2020 के अंत में अनुमानित रूप से 37.7 मिलियन लोग एचआईवी से जूझ रहे थे। इसी साल एचआईवी से संबंधित कारणों से 680000 लोगों की मौत हुई और 1.5 मिलियन लोगों ने एचआईवी अर्जित किया।

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, शुरूआती अवस्था में एचआईवी के लक्षण बहुत जल्दी दिखाई नहीं देते, लेकिन अगर जल्दी इनकी पहचान कर ली जाए, तो वायरस को नियंत्रित करने और स्टेज 3 में जल्द पहुंचने से रोकने में मदद मिलती है। स्टेज 3 एचआईवी को आमतौर पर एड्स के रूप में जाना जाता है।



​एड्स के शुरूआती लक्षण
​एड्स के शुरूआती लक्षण

एचआईवी

से पीड़ित लोगों को शुरूआत में इसके कोई खास लक्षण इिखाई नहीं देते, लेकिन कुछ लोगों में बुखार, सिरदर्द, थकान और गले में खराश जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। ये लक्षण आमतौर पर संक्रमण के एक या दो महीने के अंदर विकसित होते हैं, जबकि कुछ लोगों में यह दो सप्ताह के अंदर ही दिखाई दे सकते हैं। बुखार, सिरदर्द, थकान, कमजोरी, ग्रंथियों में सूजन, गले में खराश, मासंपेशियों व जोड़ों में दर्द, रात को पसीना आना, दस्त

एचआईवी के कुछ शुरूआती लक्षण

हैं। यह याद रखना जरूरी है कि ये शुरूआती एचआईवी लक्षण सामान्य बीमारियों और स्वास्थ्य स्थितियों से भी जुड़े हुए हैं



​इम्यूनिटी हो जाती है कमजोर
​इम्यूनिटी हो जाती है कमजोर

जैसे -जैसे स्थिति गंभीर होती है, एचआईवी वाले लोगों की

इम्यूनिटी कमजोर होती जाती

है। कभी -कभी मामूली संक्रमण जैसे मूंह में नासूर, दांत में फोड़ा भी एचआईवी का कारण बनते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार , एचआईवी वाले लोगों के लिए इन संक्रमणों से ठीक होना थोड़ा कठिन हो सकता है।



​बार-बार हो सकते हैं छोटे-मोटे संक्रमण
​बार-बार हो सकते हैं छोटे-मोटे संक्रमण

बार-बार छोटे मोटे संक्रमण होना भी

एचआईवी का शुरूआती लक्षण

है। एक व्यक्ति को बार-बार सर्दी या

यीस्ट इंफेक्शन की शिकायत

हो सकती है। इसके अलावा कई व्यक्ति काफी लंबे समय से खुद को बीमार सा महसूस कर सकते हैं। जो लोग ऐसे संक्रमणों से बार-बार बीमार पड़ जाते हैं, जो आमतौर पर जीवन के लिए खतरा नहीं होते। अगर आपको कभी ऐसा लगे, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

एचआईवी को मैनेज

किया जा सकता है, लेकिन अगर इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो यह तीसरी स्टेज में पहुंच सकता है। इसलिए लक्षणों को जल्द से जल्द पहचानना और टेस्ट कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि एचआईवी के साथ रहने वाला व्यक्ति जिसे इलाज नहीं मिल रहा है, वह वायरस को फैला सकता है, भले ही कोई लक्षण दिखे या नहीं।





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