पतले होने के लिए इस शख्स ने छोड़ा चीनी-चावल और रोटी का सेवन, 24 Kg वेट लॉस कर किया जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन

इस तरह खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके देवेंद्र ने 11 महीनों में 24 किलो वजन कम कर लिया। यहां पढ़ें इनकी पूरी Weight loss journey.

वजन बढ़ने से आमतौर पर शरीर की स्टैमिना कम हो जाती है और हमेशा थकान सी महसूस होती है। इसके कारण व्यक्ति अधिक एक्टिव नहीं रह पाता है। इससे रोजमर्रा के काम तो प्रभावित होते ही हैं और साथ ही कई तरह की बीमारियां भी पैदा होने लगती हैं। इसलिए अच्छी जीवनशैली अपनाकर वजन को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है।
इसी तरह मुंबई के देवेंद्र पाटिल भी मोटापे से ग्रसित हो गए। उनका वजन बढ़कर 95 किलो हो गया। उन्होंने मिनी-मैरॉथन में हिस्सा लिया लेकिन अधिक वजन के कारण कुछ ही मिनटों में हार गए। तब उन्हें अपनी खराब सेहत का एहसास हुआ। फिर उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करके 11 महीनों में 24 किलो वजन कम किया।
(फोटो साभार: TOI)
टर्निंग प्वाइंट

देवेंद्र कहते हैं, मैंने 10 किलोमीटर की कॉर्पोरेट मैराथन में हिस्सा लिया। मुझे लगा कि मैं इतना तो दौड़ ही सकता हूं। लेकिन दुर्भाग्य से, मैं इतनी कम दूरी भी नहीं दौड़ पाया। इससे मैं अपनी खराब सेहत को लेकर चिंतित हो गया। इसके बाद मैंने अपना वजन कम करके बिना रुके मैरॉथन में दौड़ने के लिए खुद को चैलेंज किया। वजन घटाने के बाद मैं 44 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ आसानी से पूरा कर सकता हूं।
डाइट

ब्रेकफास्ट:
फल, मूसली, अंडे, ओट्स
लंच:
ब्राउन राइस, दाल, उबला हुआ चिकन, मछली और दही
डिनर:
उबला हुआ चिकन, अंडे या ग्रिल्ड फिश
प्री-वर्कआउट मील:
फल
पोस्ट-वर्कआउट मील:
फल
वर्कआउट

वजन घटाने के लिए देवेंद्र रोजाना कार्डियो और इंटेंसिव एक्सरसाइज करते थे। वह कहते हैं, मैं 100 पुशअप, 100 क्रंचेज, 15 चिन-अप्स करता था। इसके अलावा नियमित 8 से 10 किलोमीटर दौड़ता था। इससे मुझे वजन घटाने में बहुत मदद मिली।
फिटनेस सीक्रेट

देवेंद्र कहते हैं, वजन घटाने के दौरान मैंने अपने लिए कई नियम बनाए। मैंने रात 8 बजे के बाद घाना छोड़ दिया। इस तरह मैं 12 घंटे तक बिना खाए रह सकता था। मैं जो कुछ भी खाता था, अपनी कैलोरी पर ध्यान देता था। इसके अलावा हर दिन एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने की कोशिश करता था। यही मेरा
है।
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कैसे बना रहा मोटिवेशन?

अपना मोटापा कम कर चुके देवेंद्र कहते हैं, जब मैंने वजन कम करना शुरू किया तो धीरे-धीरे कुछ बदलाव नजर आने लगे। मैं अपने कई खाम आसानी से करने लगा, जो मैं पहले नहीं कर पाता था। मैं अपने बच्चे के साथ फुटबॉल खेल सकता था और लंबी दूरी तक भी दौड़ सकता था। इसके अलावा मैं अपने मनचाहे कपड़े भी पहन सकता था। इन सभी चीजों से मेरा मोटिवेशन बना रहा।
वजन बढ़ने से क्या परेशानी हुई?

देवेंद्र कहते हैं,
मैं स्पोर्ट्स नहीं खेल पाता था और किसी भी एक्टिविटी में हिस्सा नहीं ले पाता था। मैं अपने मनचाहे कपड़े नहीं पहन सकता था और मुझे कई स्वास्थ्य समस्याएं भी होने लगी थीं।
जीवनशैली में बदलाव

अपना
देवेंद्र ने रिफाइंड शुगर खाना छोड़ दिया। मीठा खाने का मन होने पर वे फल खाते थे। इसके अलावा उन्होंने जंक फूड से भी परहेज कर लिया और सिर्फ ग्रीन टी पीते थे। साथ ही नियमित एक्सरसाइज, हर रोज 8 घंटे की नींद और रोजाना 800 कदम चलने से उन्हें वजन घटाने में मदद मिली।
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डिस्क्लेमर : लेखक के लिए जो चीजें काम आईं जरूरी नहीं है कि आपके लिए भी काम करें। तो इस लेख में बताई गई डाइट-वर्कआउट को आंख मूंदकर फॉलो करने से बचें और पता करें कि आपके शरीर के लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है।
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