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कोरोना वैक्सीन लगावते ही हाथ में जलने लगती है लाइट, जानें इस दावे पर क्या कहते हैं डॉक्टर

May 31, 2021 at 03:21PM
वैक्सीनेशन के बाद कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार भले ही धीमी पड़ती नजर आ रही हो लेकिन अब इससे संक्रमित मरीजों का इलाज करना काफी कठिन हो चुका है। क्योंकि अब वायरस से भले ही मरीज ठीक हो जाएंलेकिन वे तमाम तरह के फंगल इंफेक्शन के अलावा हैप्पी हाइपोक्सिया और साइटोकाइन स्टॉर्म की चपेट में भी आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कोरोना वैक्सीन और इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं। आए दिन ही ट्विटर पर वैक्सीन के बारे में अनाप-शनाप बातें वायरल हो रही हैं जिसके चलते अब भी तमाम लोगों के जेहन में डोज को लेकर डर बैठ गया है। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वैक्सीन को लेकर हैरत में डालने वाला दावा किया जा रहा है जिसे कई लोग शेयर कर रहे हैं। वीडियो में एक व्यक्ति का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद बाहों से बिजली उत्पन्न हो जाती है। वहीं, एक अन्य पोस्ट में कहा जा रहा है वैक्सीन का डोज लेने वालों की अगले 2 साल में मौत हो जाएगी। लेकिन क्या वाकई कोविड वैक्सीन का किसी को इतना बड़ा जोखिम उठाना पड़ सकता है? आइए, जानते हैं इस दावे को लेकर क्या कहते हैं डॉक्टर...(फोटो साभार: istock by getty images)

कोरोना वायरस के इलाज और कोविड-19 वैक्सीन को लेकर आए दिन ही सोशल मीडिया पर तमाम तरह की भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं। इन दिनों सोशल मीडिया दो पोस्ट काफी वायरल हो रही हैं। एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि टीका लगवाने से शरीर में करंट आ रहा है तो दूसरी में कहा जा रहा है डोज लेने वालों की 2 साल में मौत हो जाएगी। आइए, जानते हैं इन मिथकों का सच।


Covid Vaccine Fact Check: कोरोना वैक्सीन लगावते ही हाथ में जलने लगती है लाइट, जानें इस दावे पर क्या कहते हैं डॉक्टर

वैक्सीनेशन के बाद कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार भले ही धीमी पड़ती नजर आ रही हो लेकिन अब इससे संक्रमित मरीजों का इलाज करना काफी कठिन हो चुका है। क्योंकि अब वायरस से भले ही मरीज ठीक हो जाएंलेकिन वे तमाम तरह के फंगल इंफेक्शन के अलावा हैप्पी हाइपोक्सिया और साइटोकाइन स्टॉर्म की चपेट में भी आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कोरोना वैक्सीन और इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं।

आए दिन ही ट्विटर पर वैक्सीन के बारे में अनाप-शनाप बातें वायरल हो रही हैं जिसके चलते अब भी तमाम लोगों के जेहन में डोज को लेकर डर बैठ गया है। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वैक्सीन को लेकर हैरत में डालने वाला दावा किया जा रहा है जिसे कई लोग शेयर कर रहे हैं। वीडियो में एक व्यक्ति का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद बाहों से बिजली उत्पन्न हो जाती है। वहीं, एक अन्य पोस्ट में कहा जा रहा है वैक्सीन का डोज लेने वालों की अगले 2 साल में मौत हो जाएगी। लेकिन क्या वाकई कोविड वैक्सीन का किसी को इतना बड़ा जोखिम उठाना पड़ सकता है? आइए, जानते हैं इस दावे को लेकर क्या कहते हैं डॉक्टर...

(फोटो साभार: istock by getty images)



​शख्स का दावा, वैक्सीन से उत्पन्न होता है करंट
​शख्स का दावा, वैक्सीन से उत्पन्न होता है करंट

एक्सपर्ट्स के मुताबिक,

वैक्सीन का डोज

लेने से 2 दिन तक आपको बुखार, सिर दर्द, चक्कर आना, जी मिचलाना, दस्त और मतली जैसी सामान्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। लेकिन इस वीडियो में वैक्सीन के हैरान करने करने वाले साइड इफेक्ट होने का दावा किया जा रहा है।

वीडियो में एक शख्स दावा कर रहा है कि बांह में जिस जगह पर उसने वैक्सीन लगवाई है, वहां पर बिजली के बल्ब को टच करने से रोशनी देने लगता है जबकि शरीर के अन्य हिस्से पर टच कराने से ये नहीं जलता। इसका मतलब साफ है कि वैक्सीन वाली जगह पर करंट है और इसलिए बल्ब जलता है। खास बात ये है वीडियो में शख्स वैक्सीन के डोज वाली जगह पर जब टच करता है बल्ब जल जाता है।

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​वैक्सीन में करंट वाले पोस्ट पर डॉक्टर की राय
​वैक्सीन में करंट वाले पोस्ट पर डॉक्टर की राय

इस दावे को लेकर हमने सीएल पंवार अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट और होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Member homeopathic medical association of india) के सदस्य डॉक्टर एन सी पंवार से बातचीत की । उन्होंने इस दावे को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है।

उन्होंने कहा, 'वैक्सीन में स्पाइक नाम का एक प्रोटीन होता है जिससे

शरीर के अंदर एंटीबॉडी

बनती हैं जो वायरस से लड़ने में हमें इम्यूनिटी प्रदान करती हैं। डॉ. का कहना है कि वैक्सीन में किसी प्रकार का कोई इलेक्ट्रिक शॉट्स नहीं होता जिससे कि शरीर में करंट उत्पन्न होने लगे। ये दावा एक दम काल्पनिक है। ऐसे में ऐसे भ्रामक तथ्यों पर भरोसा न करके वैक्सीन लगवानी चाहिए।'

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​PIB ने बताया, वैक्सीन में नहीं होता कोई चुंबकीय प्रभाव
​PIB ने बताया, वैक्सीन में नहीं होता कोई चुंबकीय प्रभाव

वहीं, दूसरी ओर इस शख्स के दावे को सरकार की ओर से प्रेस ब्यूरो इनफॉर्मेशन (PIB)की फैक्ट चेक टीम ने भी इसे फेक और भ्रामक बताया है। PIB Fact check ने अपने ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक वीडियो में दावा किया गया जा रहा है कि #COVID19 के टीकाकरण के बाद, टीका लगाए हुए बांहों से बिजली उत्पन्न हो जाती है। #PIBFactCheck: यह दावा #फर्ज़ी है। #Covid Vaccine पूरी तरह सुरक्षित है। ऐसे फर्जी सूचनाओं पर विश्वास न करें,टीकाकरण जरूर करवाएं।'

फैक्ट चेक एजेंसी के मुताबिक, कोविड-19 के टीकों में धातु या माइक्रोचिप नहीं होता है, और ना ही वैक्सीन लेने के बाद शरीर में कोई चुंबकीय प्रभाव या विद्युत धारा उत्पन्न होती है। यानी बल्ब जलने का दावा सरासर गलत है।

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​कोविड वैक्सीन लेने वालों की हो जाएगी 2 साल में मौत?
​कोविड वैक्सीन लेने वालों की हो जाएगी 2 साल में मौत?

आपको बता दें कि इससे पहले एक और पोस्ट आई थी जिसमें कहा जा रहा था कि जिन लोगों ने कोरोना वायरस का टीकाकरण करा लिया है, उन सभी की दो साल के भीतर मौत हो जाएगी। खास बात ये है कि इस पोस्ट को फेमस नोबेल पुरस्कार विजेता ल्यूक मोंटेग्नियर के हवाले से शेयर किया जा रहा था 'जिन लोगों ने कोरोना का टीका लगवा लिया है, उनके बचने की कोई संभावना नहीं है।

कोरोना की यह वैक्सीन शरीर में एंटीबॉडी डिपेंडेंट इनहैंसमेंट का कारण बन रही है, जिसके चलते कोरोना वायरस और अधिक गंभीर रूप ले रहा है। इसका कोई भी उपचार नहीं है।'



​PIB ने इस दावे को भी दिया झूठा करार
​PIB ने इस दावे को भी दिया झूठा करार

इसके बाद भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने ट्वीट के माध्यम से इस वायरल खबर का खंडन करते हुए लोगों को जागरूक किया है। ट्वीट में बताया गया है कि 'इस तरह का दावा पूरी तरह से झूठा है, कृपया इस पर भरोसा न करें। सोशल मीडिया पर कोविड-19 के टीके को लेकर फ्रांसीसी नोबेल पुरस्कार विजेता के तस्वीर के साथ कथित बयान को फैलाया जा रहा है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। इस तरह की बातों पर भरोसा न करें, वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है।' डॉक्टर भी इस दावे को एक अफवाह करार दे रहे हैं।





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