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weight loss: आयुर्वेद के वो 5 राज जो जल्दी वजन घटाने में करते हैं मदद

October 28, 2020 at 10:42AM
बढ़ता वजन आजकल एक सामान्य समस्या बन गया है। अधिक बैठे रहने वाली जॉब या बिजनेस करने वालों में ये दिक्कत आम है। बहुत से लोगों के पास जिम जाकर हैवी एक्सरसाइज करने का भी समय नहीं तो ऐसे में उनके लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव से ही वजन करने के तरीके भी हैं। अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं तो हम आपको आयुर्वेद की कुछ ऐसी टिप्स बता रहे हैं, जिनको फॉलो करने से आपका वजन गांरटी से कम होना शुरू हो जाएगा। आयुर्वेद में हर चीज का इलाज है और इसकी एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका कोई भी नुकसान नहीं है। अगर आप इस आयुर्वेद लाइफस्टाइल को अपनाएंगे तो आप खुद देखेंगे कि आप स्ट्रॉन्ग फील करते हुए कैसे अपना । ये हैं आयुर्वेद के 5 सीक्रेट, जो कम करेंगे आपका वजन: दिन में तीन बार करें भोजन: जहां अन्य तरीकों में डाइट को कम करके वजन किया जाता है, वहीं आयुर्वेद में इन सब के विपरीत हेल्दी भोजन पर जोर दिया जाता है। आयुर्वेद में सबसे पहली बात यह है कि इसे दवाई के रूप में माना जाना चाहिए। हेल्दी मेटाबॉलिज्म मेंटेन करने के लिए दिन में तीन बार पेट भरना जरूरी है और हेल्दी खाना जरूरी है। कोई स्नैक नहीं: आयुर्वेद में यह ध्यान देना सबसे ज्यादा जरूरी है कि अगर आप दिन में तीन बार हेल्दी फूड खा रहे हैं, तो ऐसे में आपको प्रोसेस्ड फूड या जंक फूड को बिल्कुल न कहना होगा। यह इसलिए है, क्योंकि अगर आप भोजन के बीच में खाते हैं तो आपका शरीर करने के बजाय फ्यूल के तौर पर शुगर को बर्न करता है। अगर आप दिन में सिर्फ तीन बार खाना खाते हैं, तो इससे आपकी एनर्जी बरकरार रहती है और फैट एक साथ बर्न होता है। गर्म पानी पिएं: शरीर से फैट कम करने का सबसे आसान और सबसे सरल तरीका पूरे दिन में गर्म पानी पीना है। गर्म पानी पीने से शरीर में जमा टॉक्सिक बाहर निकालते हैं। वहीं, अगर आप ज्यादा फायदा चाहते हैं तो प्रति आधे घंटे में कुछ गर्म पानी के घूंट पीने का ट्राई करें। इसमें अधिक फायदा पाने के लिए नींबू का रस और शहद की कुछ बूंदें भी शामिल कर सकते हैं। इस दौरान कॉफी और हर्बल टी से दूर रहें। नींद को करें ट्रैक: अगर आप वजन घटाने का विचार कर रहे हैं तो इसमें नींद सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसे में जब आप पूरी तरह से नींद नहीं लेते हैं तो इससे आपकी लाइफस्टाइल डिस्टर्ब होती है। इससे जब आप अगले दिन उठते हैं तो एकाग्रता में बाधा आती है और हेल्थ के लिए भी नुकसानदायक साबित होता है। इसके लिए आप रात में 10 बजे सो जाएं और सुबह 6 बजे उठ जाएं। शाम 7 बजे के बाद न खाएं: जब हमारा खान-पान का सिस्टम अनियमित होता है तो इससे पाचन संबंधी समस्याएं भी पैदा होती हैं। सूजन और कब्ज आदि से बचने के लिए आयुर्वेद के अनुसार शाम 7 बजे से पहले ही खाना खा लेना चाहिए। इससे क्या होगा कि आपका शरीर रात भर डिटॉक्सीफाई होने के लिए पर्याप्त समय ले पाएगा। इससे जब आप सुबह उठेंगे तो बिल्कुल तरोताजा महसूस करेंगे। अगर आप सही असर देखना चाहते हैं तो दिन के आखिरी भोजन में सूप और सलाद को अधिक शामिल करना चाहिए।


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