स्वच्छता के अभाव में होती है यह बीमारी, जानें इसके लक्षण
July 28, 2020 at 11:58AM
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हेपेटाइटिस हमारे यकृत यानी लिवर से जुड़ी एक बीमारी है। जब हमारे लिवर पर सूजन आ जाती है और वह अपनी क्षमता के अनुरूप कार्य नहीं कर पाता है। तो इस स्थिति को हेपेटाइटिस कहा जाता है। आमतौर पर हेपेटाइटिस किसी ना किसी तरह के संक्रमण के कारण होता है और घर तथा आस-पास में हाइजीन का अभाव भी इस बीमारी के होने की एक बड़ी वजह होता है। लेकिन वायरल संक्रमण और बहुत अधिक शराब के सेवन के कारण भी यह बीमारी हो सकती है... मुख्य रूप से दो तरह का होता है यह रोग -हेपेटाइटिस बीमारी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है। पहला है एक्यूट हेपेटाइटिस यानी प्रारंभिक स्थिति और कम घातक। एक्यूट हेपेटाइटिस का असर 6 महीने तक रह सकता है। जबकि दूसरा है क्रॉनिक हेपेटाइटिस यानी लंबे समय तक चलनेवाली दीर्घकालिक बीमारी। हेपेटाइटिस के अन्य प्रकार - मुख्य रूप से हेपेटाइटिस दो प्रकार का होता है लेकिन जब इसको कुछ मेडिकल विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है तो यह करीब 7 प्रकार का होता है। इन 7 प्रकारों में हेपेटाइटिस-ए, बी, सी, डी, ई, एल्कोहॉलिक हेपेटाइटिस और ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस शामिल हैं। ये होते हैं हेपेटाइटिस के दुर्लभ प्रकार -हेपेटाइटिस के 7 प्रकारों में से हेपेटाइटिस-डी, हेपेटाइटिस-ई और ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस बहुत ही दुर्लभ प्रकार की स्थितियां होती हैं। ये कई लाख लोगों में से एक या दो केस इस तरह की बीमारियों के सामने आते हैं। क्यों होता है हेपेटाइटिस? -हेपेटाइटिस बीमारी आमतौर पर किसी ना किसी संक्रमण के कारण होती है। इनमें स्वच्छता के अभाव में होनेवाला संक्रमण, शराब के कारण होनेवाला संक्रमण और कुछ खास तरह की दवाओं या रसायनों के कारण संक्रमण भी शामिल है। हर व्यक्ति का शरीर किसी अलग कारण के प्रति संवेदनशील हो सकता है और इसी कारण उसे हेपेटाइटिस का रोग हो सकता है। हेपेटाइटिस के लक्षण -हेपेटाइटिस बीमारी के कुछ ऐसे लक्षण हैं जो इस बीमारी के हर प्रकार के रोगी में देखने को मिल सकते हैं। इसके बाद डॉक्टर द्वारा मेडिकल जांच के आधार पर ही इस बात को जाना जा सकता है कि रोगी को हेपेटाइटिस के किस प्रकार का संक्रमण है। इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं... -अचानक आंखों और त्वचा में पीलापन महसूस होना। -सिर में दर्द रहना और लगातार खुद को अस्वस्थ महसूस करना। -मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना -हर समय 100 से ऊपर बुखार रहना -बिना कोई काम किए ही थकान का अनुभव होना -निराशा महसूस करना और अनजाने तनाव से ग्रसित रहना हेपेटाइटिस के लिए जिम्मेदार वायरस -किसी व्यक्ति को हेपेटाइटिस का संक्रमण चाहे जिस भी कारण हुआ हो, आमतौर पर ये वायरस इस बीमारी के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होते हैं... - पिकोरना वायरस -हैप्नाविरीडे वायरस -हैपविरीडे वायरस -एनाप्लाजमा -नोकार्डिया हेपेटाइटिस का उपचार - हेपेटाइटिस ऐसी गंभीर समस्या है, जिसका निदान व्यक्ति की स्थिति के आधार पर चिकित्सक द्वारा किया जाता है। इसलिए यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षणों के आधार पर इस बीमारी के होने की आशंका है तो तुरंत अपना चेकअप किसी अच्छे डॉक्टर से कराएं। -अच्छे डॉक्टर से हमारा आशय पढ़े-लिखे, जिम्मेदार और रजिस्टर्ड डॉक्टर से है। बहुत बड़े या नामचीन हॉस्पिटल्स से नहीं है। आप सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में अच्छे डॉक्टर्स के पास भी अपना उपचार करा सकते हैं। -इस बीमारी के बारे में दवाएं जरूर डॉक्टर ही बताएंगे लेकिन अगर किसी भी कारण से आपको डॉक्टर तक पहुंचने में समय लग रहा है तो आप घर पर पूरा आराम करें, स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। खाना खाने से पहले और बाथरूम जाने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से साफ करें। मदिरा यानी शराब का सेवन बिल्कुल ना करें। यह आपके लिए जहर की तरह काम कर सकती है। -अगर घर में कोई इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति है तो उसकी हाइजीन का पूरा ध्यान रखें साथ ही स्वयं भी सतर्कता बरतें। संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा रहा टूथब्रश, नेलकटर (नाखून काटने का यंत्र), रेजर (उस्तरा), तौलिया आदि का उपयोग ना करें। -रोगी को मानसिक और भावनात्मक मजबूती देने में सहायता करें। घर का वातावरण साफ-स्वच्छ और सकारात्मक रहेगा तो रोगी को इस बीमारी से मुक्ति पाने में कम समय लगेगा।
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